इस पढ़े लिखे समाज में आज भी ग्रामीण क्षेत्रों में बेटियाँ उस सम्मान से कहीं न कहीं महरूम हैं जैसा उनके लिए जनजागरण तौर पर जाग्रत किया जाता है, आज भी बेटियाँ बंदिशों तले दब कर अपनी ज़िन्दगी जीती है,कभी घर की जिम्मेदारी इतनी बढ़ जाती है,घरेलू कार्यो में घिरी रहती है अपनी शिक्षा से भी वंचित रह जाती हैं कभी वक्त से पहले ब्याह दी जाती है,तो कभी रिवाजों के नाम पर छली जाती हैं, महसूस होता है जहाँ शिक्षा का विकास नहीं वहाँ बेटियों का भविष्य अधर में तो कभी बेटा-बेटी के मतभेद में अक्सर देखी जाती हैं, ♥️ Challenge-917 #collabwithकोराकाग़ज़ ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें! 😊 ♥️ दो विजेता होंगे और दोनों विजेताओं की रचनाओं को रोज़ बुके (Rose Bouquet) उपहार स्वरूप दिया जाएगा। ♥️ रचना लिखने के बाद इस पोस्ट पर Done काॅमेंट करें।