रोज़ ख़्वाब देखे जाते हैं.... उनको पूरा करने के मंसूबे गढ़े जाते हैं..... दिल ही दिल में वो खुदा बन जाता है।।।।।।। फिर हर जिंदगी के ख़्वाब का भयानक अंजाम होता है।।।।।।।।।।।।।। शायद आदमी मौत से नहीं रोता है,,, वो अपने ख्वाबों को अधूरा छोड़ने में तड़पता है😒 वो किसी की बख़्शी सांसों को अपनी जागीर समझ लेता है😌 एक सच होता है वो आख़िरी,,,,,,,,,,,, जिसे कई झूठों ने जिंदगी भर झुठलाया होता है।।।।।।।।। ©Ram Yadav #अध्यात्म