कैसी है वो गलियां.......जहां पड़ते है तेरे कदम।।।। कैसी है वो हवा.......जो तुम्हे छु कर गुजरती है।।।। कैसी है वो महक.......जो तेरी सांसों में बसती है।।। उफ्फ......... कैसी है ये ललक मेरे दिल की... जो तुझे पाने को मचलती है।।।। ©Swati jain # कितनी हसरत है हमें,तुमसे दिल लगाने की...