आज कितने गम है रोने के लिए,एक तेरे दुख का सहारा था कभी। इश्क़ के किस्से ना छेड़ो दोस्तो,मै इसी मैदान में हारा था कभी.👍...👍👍 #आज #कितने#गम#है#रोने #के####