*पाने को कुछ नहीं,* *ले जाने को कुछ नहीं;* *उड़ जाएंगे एक दिन...* *तस्वीर से रंगों की तरह!* *हम वक्त की टहनी पर...* *बैठे हैं परिंदों की तरह !!* *खटखटाते रहिए दरवाजा...* *एक दूसरे के मन का;* *मुलाकातें ना सही,* *आहटें आती रहनी चाहिए !!* *ना राज़ है... “ज़िन्दगी”* *ना नाराज़ है... “ज़िन्दगी";* *बस जो है, वो आज है... “ज़िन्दगी”* 🙏🙏 सुप्रभात🙏🙏 सदा मुस्कराते रहिए ऐसी ही है जिंदगी