जगाओ ना उन अरमानों को, जो खुले आसमान में उड़ना नहीं चाहती । दवाओं ना उन सपनो को, जो झुककर भी रुकने नहीं चाहती । यूं तो फैसले लेने में परिपक्व, सभी होते है इस समाज में शायद ! पर सहूलियत से ज़िन्दगी जीना का सबक, सबको आसानी से नहीं आती ! #सहूलियत #yqdidi #yqbaba #Random #IloveQuoting