फिर जल उठता है दुःखों का अलाव सर्दियों में, बूढ़े माँ-बाप बैठ जाते हैं उस अलाव के पास और ताप लेते हैं अपनी गरीबी को ©Kavi Kumar Ashok #poetkumarashok #kavikumarashok #hindishayari #kumarashok #Hindistory #hindipoetry #kavita #कवि_कुमार_अशोक #coldnights