ज़हन में मेरे वो अब कुछ, इस तरह से समाया हुआ है......... उसको अपना समझ कर, हमने तो सुकून पाया हुआ है........ माना वो हमको नहीं करता, पसंद अब बिल्कुल भी यारों......... फ़िर भी हमारी गज़ल सुनने वो, आज महफ़िल में आया हुआ है...... ©Poet Maddy ज़हन में मेरे वो अब कुछ, इस तरह से समाया हुआ है......... #Mind#Contain#Consider#Peace#Guys#Listen#Gazal#Gathering#Today........