बात चित में सब अपने है, हक़ीक़त में ये सब सपने हैं। डूबा रहा मैं आपके आश में, पर मुझे क्या मालूम कि आपके कुछ अलग सपने हैं। कुछ मीठी मीठी यादें #कुछ_अनकही_बातें #कुछसोचकर #कुछ_यूं_ही #कुछ_रिश्ते