ऐ दोस्त! तेरी दोस्ती पर क्या लिखूं? जब कोई नहीं था, तब भी तू था। जब सब थे, तब तू मौन था। अंधेरा था जब चँहू ओर तू मशाल लिए खड़ा था। कोई नहीं था जब संग चलने को तू राही बनकर खड़ा था। सो रही थी जब मैं तू जगाने को खड़ा था। रो रही थी जब मैं तू आँसू पोछने को खड़ा था। जब हिम्मत जवाब दे रही थी तू हिम्मत बढ़ाने को खड़ा था। जब लड़खड़ा रही थी मैं तू संभालने को खड़ा था। जब टूट कर बिखर गई थी मैं तू जोड़ कर उठाने को खड़ा था। जब थक कर हार गई थी मैं तू एक बार फिर कोशिश करवाने पर अड़ा था। मेरी हर हँसी में तू हँसने को खड़ा था। मेरे हर ग़म में तू ढाल बनकर खड़ा था। ऐ दोस्त! तेरी दोस्ती पर क्या लिखूं? तेरे समक्ष सब गौण है। । #ऐदोस्त #yqhindi #yqbaba #yqdidi #collab #notetothebestfriend #friendshipday #happyfrienshipday