कोइ मुझे पूछे एक बार , वो कैसी है, कहूंगा मुझपर नवाज़िशों जैसी है। में नहीं जानता कि वो मेरी कौन है, आंखे कहानियों सी उसकी,बस वोही तो मौन है। रुख़ पे ज़ुल्फो का साया भी कुछ इस तरह, बादलों में छुपी चांदनी हो जिस तरह। चुलबुली सी हंसी उसकी , खूब अंदाज़ है, मय से ज़्यादा नशा तो उनके लबों के पास है। भूल में सारा जहां रुख़ उस तरफ मोड़ लूं, गोद में सर रख उसकी ज़ुल्फों को ओढ़ लूं। एक नज़र का प्यार मै बयां करूं भी तो कैसे, पूछे तो मुझसे वह एक बार वो कैसी है, कहूंगा मूझपर नवाज़िशों जैसी है।। #love #nawazish #life #feelings #memories