#हिंद-सैनिक "विज्ञान को कर फेल, पलट के हर खेल, समय को ठेल-ठेल, जीतते है काल को, झुलसती रेत-रात, नग पर हिम-पात, सह के सभी हालात, काटते जंजाल को, घर से बहुत दूर, थकन से चूर-चूर, हौंसलों से भर-पूर, बांधते है व्याल को, त्याग कर निज नींद, चित में रखे जो हिंद, कहत कवि गोविंद, पूजो ऐसे लाल को।" #चारण_गोविन्द #जय_हिंद #सेना_दिवस #चारण_गोविन्द #CharanGovindG #govindkesher #ArmyDay