गलत करने बाले ,किस मुहँ से सच बोलेंगे कारनामे बड़े इनके,हजारों चेहरे हैं कपड़ो से ज्यादा ये अपना रंग बदलते हैं हर काम के लिए एक नया चेहरा चुनते हैं काम हो इनका तो पैरों में गिर जाते हैं सपने बड़े बड़े दिखाकर काम निकलबाते हैं दो दिन साथ दिखाकर नाम तक भूल जाते हैं चेहरे पर हँसी झूठी हँसी लेकर बड़ी हमदर्दी जताते हैं सच में देश बहुत तरक़्क़ी कर रहा हैं हर कोई नित नये चेहरे का प्रयोग कर रहा हैं नकली चेहरो से व्यापार बढ़ता जा रहा हैं लोंगों का लोंगों में विश्वास घटता जा रहा हैं दुनिया में कोई गूँगा ते कोई बहरा है सब के पास अपना एक बदलता नया चेहरा हैं #चेहरे