युद्ध छिड़ा है एक सीमा पर एक भीतर... और बहुत भयावह है ये भीतर का युद्ध... और उसे जीतना, उसकी विवशता ! पिता जानता है, शायद वो कभी नहीं लौटेगा पर उसे फिर भी, करना है वादा लौटने का.. आज विदा लेने से पहले.... ©Nitin Kr. Harit #NitinKrHarit #ukraine