जो कभी लगते थे भीड़ से अलग सबको, वो अब अपने चेहरे पे दोहरी नक़ाब रखते है। अब वही लोग दूसरो को नसीहत देते है, जो अपने दिलो में आग और लबों पर गुलाब रखते है।। प्रतिभा गीता यादव #DoubleFacePeople