जो ख्वाब थे, वो निकल गये आँखो से किनारा करके जिन्हें जान कहना था, वो गुम हैं कत्ल़ हमारा करके होने को तो किसी ओर के भी हो सकते थे,, मगर हमने देखा ही नहीं "फिर इशक दोबारा करके" @SeemaKhan जो ख्वाब थे वो निकल गये आँखो से किनारा करके जिन्हें जान कहना था वो गुम हैं कत्ल़ हमारा करके होने को तो किसी ओर के भी हो सकते थे मगर हमने देखा ही नहीं इशक दोबारा करके !! #qoutes #shayari #shayara #intezaaar #muhabbat #like #comment #share #follow