पानी सा निर्मल रिश्ता है हमारा,चू कर पाक कर दे, थक गए है हम अपना रिश्ता छुपाते-छुपाते बस एक बार हमारा रिश्ता इन झूठे समाज के ठेकदारों के सामने बयां कर दे। #विचार_#कहानी