एक रोज़ हम जुदा हो जाएंगे । ना जाने हम कहां खो जाएंगे । तुम लाख पुकारोगे फिर हमें ; लौटकर हम कभी ना आयेंगे । फर्क ही पड़ेगा क्या तुम्हे अब ! रोजाना अब तुम्हे ना रुलाएंगे । सोचे तो थे तुम्हारा अच्छा ही ; कर भी ना पाया सच यह भी । हो गए है अपना ही दुश्मन । पता नहीं कब तक जी पाएंगे ! तुम खुश रहना दुआ है यहीं । वरना मौत से भी चैन ना पाएंगे । #श्रेया #Creditstoshreya #yqdidi #yqbaba