इक उम्र तक इंतजार किया हमने तेरे इरशाद का ; लिखी होती तो इक मुकम्मल ग़ज़ल हुई होती तुम!! ©Jajbaat-e-Khwahish(जज्बात) इक उम्र तक इंतजार किया हमने तेरे इरशाद का ; लिखी होती तो एक मुकम्मल ग़ज़ल हुई होती तुम!! #krishnet #इरशाद