यादों के काफ़िले लिए,कभी इस डगर तो कभी उस डगर फिरता हूं। मुकमल न हुई,मोहोब्बत हमारी,दिल में अब भी तेरा नाम लिए फिरता हूं। ♥️ अंताक्षरी ♥️ #collabwithकोराकाग़ज़ ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें :) ♥️ अपने मित्रों के साथ कोलाब करें। ♥️ कोलाब करने के बाद "Done" काॅमेंट करें।