तुम्हारे लिये रात भर अंधेरों से लड़ता रहा.. और फूंक दिया गया सुबह होने पर तुमसे ही.. आसां नहीं है, हर किसी का गांधी हो पाना... 🖋️नरेन्द्र मिश्रा #NojotoHinndi #Triveni