छलकत मद मद मधुर पद गामिनी , मद मद दमकत शुभ सभ्र भाषिणी, हतप्रभ जमघट हर हर वामिनी, प्रेम लय महकत हर पुष्प पुकलित गज गज आग्रिणी नमस्तुभयम,नमस्तुभयम हे शक्ति, प्रेम हृदय वासिनी नमस्तुभयम,नमस्तुभयम 🙏 #neerajwrites हे शक्ति मां नमस्तुभयम,नमस्तुभयम