हवाएं वहां भी थी हवाएं यहां भी है, ये थोड़ी सर्द सी लगती है पर वो जैसे ठंड में भी जान पहचान की गर्माहट से भरी थी, दोस्ती तो इनसे भी कर लेंगे जरूरत पड़ी तो एकादा स्वेटर भी बुन लेंगे, क्योंकि बात तो आखिर उन्हें सांसों में भरते रहने की हुई थी और आज भी तो बात बस वही है। 🧡📙📙🧡 #wind #breath #life #change #acceptance #adaptive #hindipoems #grishmapoems