दुख हमारा तुम जो समझते नहीं हो सोचा है मैंने, अब अपनी बातें बताना छोड़ देंगे लगता है सच में तंग आ गए हो मुझसे चलो ठीक है अब तुम्हे सताना छोड़ देंगे ©Nikhil Kumar #Imagination समुन्द्र सी गहरी खामोशि है अन्दर बाहर फैला मौन है चलो अच्छा भी है निखिल , आखिर तुम्हारी बातें सुनने वाला कौन है