खत एक महिला पक्षी को :😔 क्या वहाँ भी गगन में उपर कही, बलात्कार होते हैं? धरती पर तो जानवर बहुत हैं, क्या उस आसमान में तुमपर भी तेजाब से, अत्याचार होते हैं ? क्या वहाँ भी औरत के निर्णय में, पुरूष प्रधान होते हैं ? धरती पर तो जानवर बहुत हैं, क्या उपर गगन में भी हैवान होते हैं ? ज़िस्म में तुम्हारे पर तो हैं, पर जब उडान भरती हो तो, अंधेरे में तुम भी डरती हो ? क्या तुम भी न्याय को वहाँ तरस्ती हो ? आज एक खत तुम भी लिखो हमें, कहो ना ... क्या बेटी के जन्म से वहाँ आसमान में, तुम भी डरती हो ? 😔 Voiceless are real Beauty.♥️