अल्लाह ने त्याग माँगा,बली नही माँगी किसी भि जानवारो की :कुरान की शुरूआत होती है "बिस्मिल्लाह हिर्रह्मा निर्रहीम":मतलब यह कि अल्लाह के नाम से शुरू करता हूं जो दयालु और कृपाशील है"क़ुरान का पहला अध्याय सूरा फ़ातिहा यह प्रकट कर्ता है "अल-हम्दु लिल्लाहि रब्बिल आलमीन,अर-रह्मा निर्रहीम":अर्थात सारी प्रशंशा उस अल्लाह(ईश्वर)के लिये हैं,जो सारे जगतों का रब (पालने वाला) है,और वह अमित दयावान और कृपाशील है,जब वह दयावान हैँ तो किसी जानवर की बली कैसे कबूल कर सकते हैँ?तो यह बली कहाँ से आ गई मेरे भाई,खुद सोचो..... #nojoto #yqbaba