भीतर जब फूले सरसों चंचल बयार लहराए साँसों में उमगित सुरभित अमराई कुहुक उठाए शीतस मन की क्यारी में जब नव जीवन अंकुर उग आए नई आस की मधुर डाल जब जब झूम झूम ऋतु गाए खोया-खोया एकाकी मन पाए साथ चहक सा जाए भूली जिजीविषा जागे आनन आँगन केशर रंग जाए मुस्कानों के फूल सुघर सलोने अधर अधर खिल जाए इस वसंत की मादकता आँखों में दर्पण पाए जित जित देखे नैन सरिस रंग वासंती रंग जाए #toyou #yqspring #yqquest #yqlove #yqblossoms #yqpiedbeauty