दुश्वरियांँ जब से मैंने सत्य बोलने का शौक पाला सत्य के पथ पर दुश्वारियांँ तो बहुत आई अनगिनत दुश्मन बन गए मेरे सत्य बोलने से अपने भी मेरे पीछे छूट गए सत्य बोलने से ना जाने क्यों बुरे के लिए मैं बुरा बन गया तो अच्छे लोगों के लिए मैं गाँधी बन गया ©DR. LAVKESH GANDHI #Truth_of_Life # # दुश्मनों ने मुझे गाँधी बना दिया #