White love❤ success🏆💪 एक सुबह उसकी याद मेरे द्वार आई, मासूम - सी कली, फिर प्यार आई। उससे मुलाक़ात में आखरी शबब आई, हर गिरी हुई चीज, छत नज़र आई।। किसकी वजूद में इतना दलील है, इश्क के बज़ारों में कंजर नज़र आई। आँसू - आँसू से मिलके, खरापन बह आई, उससे जुदा हुआ तो, जमीं बंजर नज़र आई।। पोंछ कर अपने हाथों से आँसू, देखा तो हर तरफ़ दूधंला.... दूधंला नज़र आई। कौन कहता है, इश्क मे हार होती है, हमने जब भी देखा, उसका ख्याल में, मेरा आँसू भर आई। सच्च में मोहब्बत इतनी हसीन हो, वो छोड़ अपना द्वार.....! दुल्हन बन मेरे घर आई....।।। ©कवि विजय सर जी #love_shayari हिंदी शायरी 'दर्द भरी शायरी'