लॉक डाउन फासला मीटा नहीं सकते कोई घर राहत सदा के लिए नहीं होती समय थम सा गया है मेरे पैरों के नीचे दबे पैरों में, मैं चल रहा हूं... धरती को रोशनी देती है सूरज खुद जलते हुए मैं जल रहा हूं अपनों को जला कर। - भवेश #लॉक डाउन