तुम्हारी निगाहों में बस जाऊं तो कोई आफत गर खेलूं जुल्फों में तो कोई शिकायत नहीं मुझे पसंद खामोशी आपकी गर बन जाऊं लफ्ज़ तुम्हारे तो कोई नाराज़गी लिख दूं गर धड़कनों से तुम्हारा नाम चूम लूं लबों से रूह तुम्हारे तो क्या एक मुक्कमल दास्तां लिख जायेगी मेरे वजूद पे वैसे तो हूं बेहद सरल गर बन जाऊं तुम्हारा मनपसंद तो क्या प्रेम का गुलाब खिल उठेगा मेरे दामन #में_और_मेरे_अल्फाज #तुम्हारा_साथ #yqdidi #yqbaba #kunu