भगवान परशुराम जी देते रहते जगत को, शस्त्र-शास्त्र का ज्ञान। अभिनंदन है आपका, परशुराम भगवान। परशुराम भगवान, आपसे डरते दानव। बल बुधि पाते सदा, ध्यान करते जो मानव। कह 'अचूक' कविराय, कष्ट सब के हर लेते। सुनते प्रभु का नाम, अनाचारी चल देते।। ----- ©सतीश मिश्र "अचूक" भगवान परशुराम जी