ये कलयुग की महाभारत है ,ये कलयुग की रामायण है । यहां कृष्ण कौरवों के संग में कर रहा कंस का गायन है ।। रामायण में धर्मी राजा का पापी राजा से था पंगा, अब तो राजा ,राजा के संग करवाता है धर्मी दंगा । अधर्म और शैतान सजे हैं ,हर नगर और गलियों में साधु घर में छुपे पड़े और धर्म सड़क पर है नंगा । महाभारत में एक धृतराष्ट्र थे तो कैसा हुआ भयानक युद्ध देखो अब तो सब धृतराष्ट्र बने है , देश में दंगा का रुप शुद्ध देखो , शकुनी ही बना हुआ है नगर का सबसे बड़ा प्रबुद्ध देखो , कैसे दोषी ही बैठ सभा में बन रहे शांति दूत बुद्ध देखो । सड़के हैं सुनी सुनी और पूरा नगर वीरान है, घर की सीता को बचाने का ये अहम घमासान है । अयोध्या के हर नुक्कड़ पर बैठा खर दूषण शैतान है । सड़कों पर फैले दंगो से नगर की जनता परेशान है । अब नगर को कौन बचाए ,आरोपी ही नगर प्रधान है ।। ©Prashant kumar pintu # दंगा