गुजरे जमाने में जाने को, बहुत मन करता है,, तिरे पहलू में सर रख कर, सो जाने मन करता है,, जाबजा यहां दुनिया ने मुझे, नीचा दिखाया है अब दहर भर को नीचा, दिखाने को मन करता है,, शायर सोहिल उपाध्याय