सुभद्रा बलराम की अनुजा प्यारी, पर श्री कृष्ण की दुलारी थी, अर्जुन को द्वारिकापुरी ले गए, ये भी श्री कृष्ण की लीला न्यारी थी। वहाँ पर अर्जुन का हृदय, सुभद्रा को देखते ही विचलित हो गया, कृष्ण की लीला रंग लाई, अर्जुन का दिल सुभद्रा को देख खो गया। मेरी बहन सुभद्रा से ब्याह करना चाहते हो, तो भगाकर ले जाओ, पर याद रहे तुम्हारा सारथी, कोई और नहीं सुभद्रा को ही बनाओ। उधर बलराम शिष्य दुर्योधन भी, सुभद्रा से ब्याह करना चाहता था, भविष्य में गर युद्ध हो तो कृष्ण, बलराम को अपने संग चाहता था। हुई द्वारिका में हल्ला, अर्जुन सुभद्रा को छल से हर कर ले भागा, यह सुनकर बलराम हुए आपे से बाहर, अर्जुन के प्रति क्रोध जागा। संतरी कहा रथ सुभद्रा चला रही थी, तब बलराम की तंद्रा जाग गई, कृष्ण बोले दाऊ आपके कारण, सुभद्रा अर्जुन को लेकर भाग गई। आपने उसकी ब्याह अधर्मी दुर्योधन से, करने की मन में जो ठान ली, तभी हमारी बहना धर्मराज के भ्राता, अर्जुन को अपना वर मान ली। इन्हीं दोनों के परिणय का परिणाम, कौरवों का काल बनकर आया, चक्रव्यूह को तोड़ते हुए वीरगति पाई, वो योद्धा अभिमन्यु कहलाया। #good #writer #yqbaba #yqdidi #collab #competition #arjunandsubhadra #myquote Time limit till 10:00pm tonight... No word limit You have to maintain these hashtags Kindly keep the bell icon on to get recent updates... Results will be out tomorrow along with new topic... All the best...