इस राह-ए-जिन्दगी में ऐसे भी मोड़ आते हैं, जब हमारे कुछ अपने ही हमें दर्द पहुंचाते हैं, वो गैरों के सामने अपना दर्द बयां कर हमें बेगानेपन का अहसास दिलाते हैं, हम अंदर ही अंदर घुट रहे होते हैं पर ये बात किसी से कह नहीं पाते हैं जब हमारे अपने ही हमें बेगाना बताते हैं हमसे नज़रे चुराते हैं। #आफरीन निशा🖤 ©Ãfreen nisha #walkingalone shayari dil ki💓 Abhinav jain👑