हर कोई समझ पाए ऐसा लिखा ही नहीं, वो पढ़े और पढ़कर मुकर जाए ऐसा लिखा ही नहीं। वो जिसे ख़्वाब में आने से फुर्सत ही नहीं, उस ख्याल को हकीकत की दीवार पर लिखा ही नहीं। यूँही जिंदगी गुजार दी साँसों ने आवाजाही में, वो जहाँ एक साँस ठहर पाए ऐसा लिखा ही नहीं। #yqlikhna #yqsaans #yqzindagi #yqmukar #yqkhvab #yqkhyal #yqsaumitr