family जब भी अपनों के हाथ बैठो अपनों के साथ बैठो तो अल्हम्दुलिल्लाह कहो क्योंकि कुछ लोग इन लम्हात को तरसते हैं ! जब भी अपनों के हाथ बैठो अपनों के साथ बैठो तो अल्हम्दुलिल्लाह कहो क्योंकि कुछ लोग इन लम्हात को तरसते हैं !