पहाड़ियों के मस्तक पक्षियों का गाना हवाओं का गुनगुनाना पुल्कित जीवन की रीत जयजयवंती के गीत सुबह का पहरा तालाबों का पानी ठहरा जीवित रहने की आस खुशियों का अनंत आकाश सुप्रभात। धूप की दस्तक होते ही धुंध छंटने लगती है। #धूपकीदस्तक #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi