सूरज अब ढलता जा रहा है आसमाँ मे चाँद निकलता जा रहा है रौशनी से बिखरा है आसमाँ पूरा रह रह के चाँद निखरता जा रहा है हर सख्स के साथ चलता है चाँद इंसान उसे देख चहकता जा रहा है चमकते सितारों को देख इंसा बात करता है दुःख,दर्द,गम इंसानो का बटता जा रहा है आसमाँ मे तो कई रंग बिखरे है "अली" ज़मी का रंग दिन-ब-दिन बदलता जा रहा है #अली दिन-ब-दिन बदलता #Nojotohindi