Nojoto: Largest Storytelling Platform

कितना भला लगा वह प्रसंग आज, जब अंगद के नेतृत्व में

कितना भला लगा वह प्रसंग आज, जब अंगद के नेतृत्व में सभी वानर माता सीता को ढूँढने जाते हैं और समुद्र किनारे थक - हार कर बैठ जाते हैं! क्या भगवान के लिए कुछ मुश्किल था, कुछ भी नहीं! किन्तु बहुत ही साधारण मानव रूप में कष्ट उठाकर उन्होने हमें भी जीवन के कष्टों को शांति व धीरज से सहने की शिक्षा दी है और शांति पूर्वक समाधान खोजने की प्रेरणा भी!
 समस्या समाधान की कितनी संभावनाएँ और आशाएँ इस प्रसंग में निहित है! रामायण की पावन गाथा कितने धैर्य व समता के साथ, सकारात्मक जीवन जीने का विशुद्ध संदेश देती है! यहाँ विपत्तियाँ, मनुष्य द्वारा, बहुत ज्यादा योजनाबद्ध तरीके से पैदा नहीं की गई है वे प्राकृतिक ज्यादा है इसीलिए हृदय पल - पल द्रवित होता रहता है भाग्‍य के खेल के सामने क्या राम, क्या सीता, क्या हम सभी कितने विवश हैं? ये आज और कल सभी ने गहराई से महसूस किया होगा! कोई किसी का बुरा नहीं चाह रहा, कह रहा, कर रहा किन्तु समय व भाग्‍य का खेल सभी को खिलौना बनाए हुए है और सभी अपने- अपने दुख से
विगलित और विचलित हैं, यही हमारे हृदयों को भी विचलित करता है! 
अरुण गोविल जी का भाव प्रवण अभिनय, रामायण का गीत संगीत सभी हृदय - स्पर्शी और मार्मिक है!! #प्रसंग वश #08. 04.20
कितना भला लगा वह प्रसंग आज, जब अंगद के नेतृत्व में सभी वानर माता सीता को ढूँढने जाते हैं और समुद्र किनारे थक - हार कर बैठ जाते हैं! क्या भगवान के लिए कुछ मुश्किल था, कुछ भी नहीं! किन्तु बहुत ही साधारण मानव रूप में कष्ट उठाकर उन्होने हमें भी जीवन के कष्टों को शांति व धीरज से सहने की शिक्षा दी है और शांति पूर्वक समाधान खोजने की प्रेरणा भी!
 समस्या समाधान की कितनी संभावनाएँ और आशाएँ इस प्रसंग में निहित है! रामायण की पावन गाथा कितने धैर्य व समता के साथ, सकारात्मक जीवन जीने का विशुद्ध संदेश देती है! यहाँ विपत्तियाँ, मनुष्य द्वारा, बहुत ज्यादा योजनाबद्ध तरीके से पैदा नहीं की गई है वे प्राकृतिक ज्यादा है इसीलिए हृदय पल - पल द्रवित होता रहता है भाग्‍य के खेल के सामने क्या राम, क्या सीता, क्या हम सभी कितने विवश हैं? ये आज और कल सभी ने गहराई से महसूस किया होगा! कोई किसी का बुरा नहीं चाह रहा, कह रहा, कर रहा किन्तु समय व भाग्‍य का खेल सभी को खिलौना बनाए हुए है और सभी अपने- अपने दुख से
विगलित और विचलित हैं, यही हमारे हृदयों को भी विचलित करता है! 
अरुण गोविल जी का भाव प्रवण अभिनय, रामायण का गीत संगीत सभी हृदय - स्पर्शी और मार्मिक है!! #प्रसंग वश #08. 04.20
anjupokharana7639

Anjali Jain

New Creator
streak icon3