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मैं खामोश हूँ.... किसी सब्र से तो मुझे पत्थर ही न

मैं खामोश हूँ....
 किसी सब्र से तो मुझे पत्थर ही ना समझ

 मेरे दिल पे असर होता है 
तुम्हारी कही हर बात का

जो ना कह सकूँ लफ़्ज़ों में तो 
मुझे बेजुबाँ ना समझ 

 मेरी चाहत पे असर होता है 
तुम्हारे हर ज़ज्बात का....

तो ये लाज़मी तो नहीं ना
कि तुम्हें....
 
महसूस कराया जाए 
मेरे जज्बातों को

©Paakhi Sharma
  #retro #paakhi