कभी जो साथ रहने की कसम खाने वाले मेरे जिगरी,मेरी तकलीफों में काम आने वाले। उधार वापिस मांग लूं तो बुरा मान जाते है, और दोबारा न दूं तो दुश्मनी भी निभाते हैं।। कभी जो साथ रहने की कसम खाने वाले जिगरी, मेरी तकलीफों में साथ आने वाले उधार वापिस मांगू तो बुरा मान जाते है, और दोबारा न दूं तो दुश्मनी भी निभाते हैं। All Original documents ©whosmi B Pawar 🌐www.whosmi.wordpress.com