शोर और ख़ामोशी मेरी खामोशी में शोर बहुत था मगर किसी ने सुना नही । रोती-बिलकती, सिसकती रही, किसी ने कुछ कहा नही। चीखें बहुत अल्फ़ाज मेरे, किसी ने मुझे समझा नही। #शोरऔरखामोशी #nojoto