कोई सबब बनादे ना खुदा, तेरी जन्नत से राब्ता बना रहे उम्रभर मेरा, मरने के बाद किसने देखा,जीते जी तो वास्ता रहे,तेरे आशिक़ों से, तेरी बस्ती से, अपने आशिक़ों से कुछ तो इंसाफ किया कर,इंतज़ार में ही मर जाएंगे मेरे जैसे, कहीं डूब ना जाएं हम जहाँ के समुंदर में,कुछ पनाह दे दे ना अपनी कश्ती में #madhuvan_diaries #yqdidi #yqbaba #आशिक़_शायर_बना_डाला