#APJAbdulKalam बिछड़े तो दम निकाल दे इतना भी ना अजी़ज रखो, बात क्या कैसे करनी है लहजा तो बा तमी़ज रखो, हमने माना कि आगे जाकर तुम शहंशाह बन जाओगे, अदब से पेश आओ सबसे खुद को ना बदतमीज़ रखो। ✍सचिन #hindi #poem #poet #nojoto