इतना भी ना दे सबर, किसी को ओ खुदा! अपनी मोहब्बत ना जताने का, कि कोई जबाब के इंतज़ार में, मौत की देहलीज तक जा पहुंचे... इतना भी ना दे सबर, किसी को ओ खुदा! अपनी मोहब्बत ना जताने का,