ए शाम, तू ही बता, सूबह होगी कि नहीं? दिन निकलेगा, सूरज फिर से दिखेगा कि नहीं?? ए रात, तू ही बता, प्रकाश होगा कि नहीं? सपने जो देखे संग तेरे, पूरे होंगे कि नहीं?? ओ अंधकार, तू ही बता, जुगनू जलेगा कि नहीं? जो जन्मी है बुराइयां वो खत्म होगी कि नहीं?? ©Swati Tyagi #रात #शाम #सूबह #अंधकार