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भले बड़े बन जाओ यारों, लेकिन माँ को याद रखो।। म

भले बड़े बन जाओ यारों, 
लेकिन माँ को याद रखो।। 
मंदिर जाने से बेहतर है,
माँ को अपने पास रखो।।
माँ के प्यार, दुआ से बढ़कर,
न कोई भगवान है।। 
जिसने माँ को मान दिया,
वो सबसे सुखी इंसान है।। 
प्रभु पूजा की ख्वाहिश यारों,
जब भी मन में लाता हूँ।। 
सच कहता हूँ यारों तब,
मंदिर मस्जिद न जाता हूँ।। 
अपनी माँ की ममता के,
आँचल में मैं सो जाता हूँ।।

©Shashank मणि Yadava "सनम"
  #Mother's love,,,,, माँ को परिभाषित करती हुई पंक्तियाँ

#Mother's love,,,,, माँ को परिभाषित करती हुई पंक्तियाँ #कविता

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