जाने क्यों कुछ खाली सा लगे है ये दिन भी अब भारी सा लगे है तू पूछे भी तो तुझे बताऊ कैसे अंदर से आसमान बाहर से पहेली सा लगे है एक दबी हुई सी आस हो जैसे जो सुनाई ना जाए वो कहानी सा लगे है नशे में है अब ये जहां जैसे आंखों से गिरते अश्क भी उन्हें पानी सा लगे है खेल रही अब दुनिया भी तेरे जैसी ये जिंदगी भी अब शतरंज की लड़ाई सा लगे हैं.. Rakhi.. #nojoto #mywriting #mylifemylove #hindipoetry